चंडीगढ़। कनाडा और भारत के रिश्तों में तनातनी के बीच यह बात सामने आ रही है कि भारत की छवि खराब करने के उद्देश्य से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की साजिश रची थी।
कनाडा की मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आईएसआई के दो एजेंट राहत राव और तारिक कियानी ने यह हत्या करवाई। ड्रग्स का पूरा कारोबार राव और कियानी के कब्जे में आ जाए, इसलिए भी निज्जर की हत्या की गई।इसके पीछे का कारण यह सामने आया है कि निज्जर समय के साथ शक्तिशाली होता जा रहा था।
दावा- कनाडा के खुफिया एजेंसी के संपर्क में था निज्जर
वह स्थानीय कनाडाई समुदाय में लोकप्रियता हासिल कर रहा था। रिपोर्ट्स के मुताबिक राव, कियानी और सिख फॉर जस्टिस के आंतकी गुरपंतवत सिंह पन्नू की तिकड़ी है। ये ड्रग्स व हथियारों के कारोबार पर पूरी तरह से कब्जा करना चाहते थे। उल्लेखनीय है आतंकी निज्जर के बेटे बलराज सिंह ने दावा किया है कि उसके पिता कनाडा की सुरक्षा खुफिया सेवा के संपर्क में थे।
हत्या से कुछ दिन पहले सीएसआईएस के अधिकारियों से मुलाकात
हत्या से कुछ दिन पहले निज्जर ने सीएसआईएस के अधिकारियों से मुलाकात की थी। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो बलराज सिंह ने दावा किया कि पिता ने फरवरी के बाद सीएसआईएस के अधिकारियों से मिलना शुरू किया था। हत्या के दो दिन बाद भी उनकी बैठक थी, लेकिन इससे पहले ही पिता का कत्ल हो गया।
बलराज ने कहा कि उनके पिता को सलाह दी गई थी वे सार्वजनिक तौर पर सबके सामने आने से बचें और गुरुद्वारा आदि ना जाएं। उधर, एजेंसियों ने सवाल उठाए हैं कि अगर कनाडा के पास भारतीय एजेंटों की योजना की जानकारी थी तो निज्जर को सुरक्षा क्यों नहीं दी गई।
निज्जर को सुरक्षा प्रदान नहीं करने के फैसले से पता चलता है कि किसी तरह से कनाडा ने भी आईएसआई का समर्थन किया और निज्जर के हत्यारों तक पहुंच प्रदान की।