नई दिल्ली। गौरी खान का नाम फिल्म इंडस्ट्री में सम्मान के साथ लिया जाता है। पूरी दुनिया में वो शाह रुख खान की पत्नी के नाम से चर्चित हैं। लेकिन उनकी पहचान इससे भी कहीं ज्यादा है। वह एक अच्छी इंटीरियर डिजाइनर होने के साथ ही प्रोड्यूसर भी हैं। आज गौरी शाह रुख की फिल्मों को प्रोड्यूस करती हैं, लेकिन एक वक्त था जब वह चकाचौंध की दुनिया और शाह रुख की सक्सेस से दूर जाना चाहती थीं।
53 साल की हुईं गौरी खान
आज शाह रुख के स्टारडम की तूती पूरी दुनिया में बोलती है। यही नहीं, बल्कि रोमांटिक हीरो के तौर पर भी उनकी अच्छी इमेज बनी है। लेकिन एक वक्त था, जब गौरी, शाह रुख की कामयाबी नहीं नायाकमयाबी चाहती थीं। आज गौरी का 53वां जन्मदिन है। इस मौके पर एक नजर डालेंगे उस बात पर, जब गौरी नहीं चाहती थीं कि शाह रुख की फिल्में हिट हुआ करें। इसके पीछे का लॉजिक काफी अटपटा था।
शाह रुख की फिल्में फ्लॉप होते देखना चाहती थीं गौरी
गौरी ने मशहूर फैशन डिजाइनर अबू जानी और संदीप खोसला के चैट शो ‘द फर्स्ट लेडीज विद अबू संदीप’ में एक बार बताया था कि शुरुआत में वो नहीं चाहती थीं कि शाह रुख की फिल्में चलें। इसकी वजह सिर्फ इतनी थी कि वह अपने होमटाउन दिल्ली वापस जाना चाहती थीं।
‘पता ही नहीं चला कब स्टार बन गया’
गौरी ने कहा, ”मैं शाह रुख के बॉम्बे आने से खुश नहीं थीं। मुझे पता भी नहीं चला कि वह कब स्टार बन गया। मेरे लिए यहां होना, फिल्में और सब कुछ बहुत हैरान करने वाला था। ये बहुत,बहुत मुश्किल था। मैं असल में चाहती ही नहीं थी कि इसकी फिल्में अच्छा करें, मुझे लगा अगर इसकी फिल्में फ्लॉप हो जाएंगी, तो मैं दिल्ली जा पाउंगी। क्योंकि मेरी शादी 21 साल की उम्र में हो गई थी। फिल्में, कब और कैसे, सब कुछ मेरे लिए बहुत नया था। मेरे लिए ऐसा था कि कुछ भी सही नहीं होना चाहिए और सब कुछ फ्लॉप होना चाहिए।”
‘शाह रुख जिसे भी टच करे, वो सोना बन जाए’
गौरी ने ये भी बताया कि शाह रुख हमेशा से एम्बिशस पर्सनालिटी रहे हैं। स्कूल में, कॉलेज में वो हमेशा टॉप पर रहते थे। चाहे फुटबॉल हो या हॉकी, या फिर थिएटर तक, शाह रुख हर चीज में आगे थे। ये कुछ ऐसा था कि शाह रुख जिसे भी टच करे, वो सोना हो जाए।
अब गौरी करती हैं शाह रुख की फिल्में प्रोड्यूस
शाह रुख की फिल्मों के फ्लॉप की तमन्ना रखने से लेकर उनकी फिल्में प्रोड्यूस करने तक, गौरी के लिए शाह रुख के साथ ये समय काफी बदल गया है। आज गौरी उनकी फिल्मों को प्रोड्यूस करती हैं। बॉक्स ऑफिस पर गर्दा उड़ा रही ‘जवान’ इसका जीता जागता उदाहरण है। शाह रुख खान की सक्सेस कहीं न कहीं गौरी की भी सक्सेस है, क्योंकि ‘जवान’ की प्रोड्यूसर गौरी ही हैं।
मगर फिल्म प्रोड्यूसर बनने से पहले गौरी इंटीरियर डिजाइनर हैं। मुंबई के आलीशान बंगले’मन्नत’ का आर्किटेक्चर गौरी ने ही डिजाइन किया है। यह बंगला इतना खूबसूरत है कि यहां से गुजरने वाले किंग खान न सही तो सिर्फ घर के बाहर ही सेल्फि जरूर लेते हैं।
इन फिल्मों को भी किया प्रोड्यूस
गौरी ने शाह रुख की और भी फिल्मों को प्रोड्यूस किया है। इनमें मैं हूं ना, ओम शांति ओम, हैप्पी न्यू ईयर, दिलवाले जैसी मूवीज शामिल हैं।