नई दिल्ली। अरबपति कारोबारी गौतम अदाणी के नेतृत्व वाला अदाणी ग्रुप 2027 तक 10 गीगावाट की इंटीग्रेटेड सोलर मैन्यूफैक्चरिंग क्षमता तैयार करने की योजना बना रहा है, जिससे कंपनी को एनर्जी क्षेत्र में आ रहे बदलाव का फायदा मिल सके। कंपनी के नजदीकी सूत्रों की ओर से ये जानकारी दी गई।
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट में बताया गया कि अदाणी ग्रुप के पास 4 गीगावाट की सोलर मैन्यूफैक्चरिंग क्षमता है। वहीं, अदाणी सोलर की ओर से इस बात की पुष्टि की गई है कि उसने पास 3000 मेगावॉट के निर्यात ऑर्डर हैं, जिसे अगले 15 महीने में पूरा किया जाना है।
अदाणी ग्रुप ने जुटाए 394 मिलियन डॉलर
हाल ही में अदाणी ग्रुप ने बार्कलेज पीएलसी और डॉयचे बैंक एजी से सोरल मैन्यूफैक्चरिंग के लिए 394 मिलियन डॉलर जुटाए हैं। भारत की जुलाई 2023 तक सोलर एनर्जी उत्पादन करने की क्षमता 71.10 गीगावाट हो गई है, जो कि मार्च 2014 में 2.63 गीगावाट थी। हालांकि, अभी भी भारत की सोलर मैन्यूफैक्चरिंग क्षमता इसके मुकाबले काफी कम है।
अदाणी सोलर तेजी से बढ़ा रहा है उत्पादन क्षमता
अदाणी सोलर ने मैन्यूफैक्चरिंग 2016 में शुरू की थी। उस समय कंपनी 1.2 गीगावाट सेल और मॉड्यूल की मैन्यूफैक्चरिंग करती थी। बीते छह वर्षों में कंपनी ने अपनी क्षमता को 3 गुना बढ़ाकर 4 गीगावाट मॉड्यूल और 4 गीगावाट सेल कर दिया है।
अदाणी ग्रुप की ओर से मुंद्र एसईजेड में भारत की सबसे बड़ी सोलर पीवी सेल और मॉड्यूल की मैन्यूफैक्चरिंग क्षमता लगाई गई है। अदाणी सोलर द्वारा विश्व के साथ भारत में 7 गीगावाट के मॉड्यूल बेचे जा चुके हैं।