नई दिल्ली। तमिल सिनेमा की जानी-मानी हस्ती गौतमी तडिमल्ला सोमवार को अचनाक हर जगह सुर्खियों में छा गया। 25 साल से बीजेपी से जुड़ी रही एक्ट्रेस ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया, जिससे भारतीय जनता पार्टी को झटका लगा। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट भी शेयर किया। जिसमें उन्होंने पार्टी से अलग होने के फैसले के बारे में विस्तार से बताया। लेकिन अचनाक से गौतमी का नाम सुर्खियों में आने के बाद से उनके जीवन से जुड़े कई अनसुने किस्से चर्चा में आ गए। चलिए एक-एक उनके बारे में जानते हैं।
गौतमी का फिल्मी सफर
गौतमी ने अपने फिल्मी करियर का शुरूआत तेलुगु फिल्म 1987 से ‘दयामायुडु’से किया था। इसके बाद उन्होंने साल 1988 में तमिल मूवी ‘गुरु शिष्य’ में काम किया, इस फिल्म में गौतमी के साथ रजनीकांत और प्रभु मुख्य किरदार में थे। गौतमी 1987 से लेकर 1998 तक इंडस्ट्री की एक जानी-मानी नाम बन गई। इस दौरान उन्होंने हिंदी,कन्नड़ और मलयालम फिल्मों में काम किया।
गौतमी ने इस कई हिट फिल्में दी, जिनमें रजनीकांत के साथ धर्मा दोरई, नमधु, पापनासम के अलावा कुछ हिंदी फिल्में जैसे ‘नकाब और ‘प्यार हुआ चोरी चोरी’ शामिल है। दो दशक तक गौतमी इंडस्ट्री की सबसे बड़ी अभिनेत्रियों में से एक बन चुकी थी। उन्होंने करीब 130 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया
शादी के एक साल बाद ही लिया तलाक
गौतमी ने साल 1998 में बिजनेसमैन संदीप भाटिया से शादी कर ली। इसके बाद उन्होंने साल 1999 में एक बेटी सुब्बूलक्ष्मी को जन्म दिया, हालांकि इसके बाद संदीप से उनका तलाक हो गया और उनका नाम एक्टर कमल हसन के साथ जुड़ा। ऐसा कहा जाता है दोनों करीब 13 साल तक रिलेशन में रहे। इस दौरान इन्होंने कई फिल्मों में साथ काम भी किया। इसके बाद दोनों ने अलग होने का फैसला किया।
कैंसर को दिया मात
35 साल की उम्र गौतमी को ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित थी, उन्होंने समय से इसकी जांच और इलाज के जरिए इस जानलेवा बिमारी की मात दी इसके बाद उन्होंने लोगों को इसके बारे में जागरूक करने के लिए अभियान भी चलाया।
क्यों छोड़ा बीजेपी का साथ
गौतमी साल 1997 में BJP से जुड़ी। पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के नेतृत्व में वह पार्टी में शामिल हुई और भाजयुमो की उपाध्यक्ष बनी और अब करीब 25 साल बाद उन्होंने बीजेपी का साथ छोड़ दिया। गौतमी ने सोशल मीडिया एक्स पर शेयर किए अपने पोस्ट में बीजेपी से अलग होने का कारण बताया, पोस्ट में उन्होंने लिखा कि बहुत भारी मन से मैंने BJP की सदस्यता से इस्तीफा देने का फैसला किया है।
मैं देश के विकास में अपने प्रयास और योगदान देने के लिए 25 साल पहले पार्टी में शामिल हुई थी। मैंने अपने जीवन में जितनी भी चुनौतियों का सामना किया, मैंने उस प्रतिबद्धता का सम्मान किया है। फिर भी आज मैं अपने जीवन में एक अकल्पनीय संकट की स्थिति में खड़ी हूं।
लड़ रही हूं न्याय की लड़ाई
पत्र में उन्होंने आगे कहा कि मैं 17 साल की उम्र से काम कर रही हूं और मेरा करियर रेडियो, सिनेमा, टेलीविजन और डिजिटल मीडिया में 37 साल का रहा है। मैं अपना पूरा जीवन काम किया है,ताकि मैं इस उम्र में आर्थिक रूप से सुरक्षित रह सकूं और अपनी बेटी का भविष्य संवार सकूं।
पत्र के आखिर में गौतमी ने कहा कि आज यह त्याग पत्र बहुत ही पीड़ा और दुख में लिखा है, लेकिन दृढ़ संकल्प के साथ लिखा है. मैं एक अकेली महिला और सिंगल पेरेंट के रूप में अपने और अपने बच्चे के भविष्य के लिए न्याय की लड़ाई लड़ रही हूं.