साउथ एक्टर विशाल ने हाल ही सेंसर बोर्ड पर आरोप लगाया था कि उन्होंने बोर्ड से सर्टिफिकेट पाने के लिए 6.5 लाख रुपये की रिश्वत दी थी। इस पर अब सीबीआई ने एक्शन लिया है। सीबीआई ने विशाल के आरोपों के आधार पर तीन लोगों और सेंसर बोर्ड के एक अज्ञात अधिकारी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। अब सीबीआई इन चारों के खिलाफ जांच करेगी।
मालूम हो कि एक्टर Vishal ने 29 सितंबर को सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें बताया था कि उनकी हिंदी फिल्म के लिए उन्हें सेंसर बोर्ड को 6.5 लाख रुपये देने पड़े। पोस्ट में विशाल ने लिखा था, ‘भ्रष्टाचार को सिल्वर स्क्रीन पर दिखाया जाना ठीक है। लेकिन असल जिंदगी में नहीं। हजम नहीं हो रहा। खासकर सरकारी दफ्तरों में। और CBFC मुंबई कार्यालय में तो और भी बुरा हो रहा है।’
28 सितंबर को रिलीज हुई थी ‘मार्क एंटनी’
‘मेरी फिल्म ‘मार्क एंटनी’ के हिंदी वर्जन के लिए मुझे 6.5 लाख रुपये की घूस देनी पड़ी। 2 ट्रांजेक्शन्स। स्क्रीनिंग के लिए 3 लाख और सर्टिफिकेट के लिए 3.5 लाख। मुझे अपने करियर में कभी भी इस स्थिति का सामना नहीं करना पड़ा।’ ‘मार्क एंटनी’ का हिंदी वर्जन 28 सितंबर को रिलीज हुआ था।
सीबीआई ने क्या बताया?
सीबीआई के बयान के मुताबिक, आरोप लगाया गया है कि सितंबर 2023 में एक व्यक्ति ने एक फिल्म के हिंदी में डब वर्जन को सेंसर बोर्ड से सर्टिफिकेट दिलाने के नाम पर अन्य लोगों के साथ मिलकर 7 लाख रुपये की रिश्वत की साजिश रची थी। आरोप है कि उक्त साजिश को अंजाम देने के लिए पहले तो महिला आरोपी ने सीबीएफसी मुंबई के दो अधिकारियों की ओर से शिकायतकर्ता से 7 लाख रुपये की रिश्वत मांगी। लेकिन बातचीत के बाद सौदा 6.54 लाख रुपये पर तय हुआ। तब आरोपी ने रिश्वत की यह रकम सीबीएफसी मुंबई अधिकारियों की ओर से दो अन्य आरोपियों के बैंक अकाउंट में रिसीव की।
महिला आरोपी ने 20 हजार रुपये और लिए
सीबीआई के मुताबिक, महिला आरोपी ने इस राशि के अलावा सर्टिफिकेट का काम करवाने के लिए अलग से 20 हजार रुपये और लिए। सीबीआई ने मुंबई में सभी आरोपियों के ठिकानों की जांच की, जिसमें उन्हें कुछ कागजात मिले।