वृंदावन/मथुरा। ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में सोमवार को भी भक्तों की भारी भीड़ दर्शन के लिए उमड़ी। हालात ये कि जगह जगह बैरिकेडिंग पर रोके जाने के बाद जब मंदिर के चबूतरे तक श्रद्धालु पहुंच रहे थे, तो उनके सब्र का बांध टूट रहा था और श्रद्धालुओं की भीड़ में आपाधापी का माहौल बन रहा था।
एक-दूसरे को पीछे धकियाने की कोशिश में श्रद्धालुओं को कठिनाइयों से मंदिर के अंदर प्रवेश मिला। घंटों इंतजार के बाद जब आराध्य के दर्शन मिले, तो मंदिर के अंदर भी भीड़ के दबाव में सहूलियत से झलक नहीं मिल रही थी। भीड़ का दबाव ऐसा कि प्रशासन और मंदिर प्रबंधन की हर व्यवस्था फेल ही साबित हुई।
गांधी जयंती पर लाखों की भीड़ दर्शन के लिए उमड़ी
ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में सोमवार को गांधी जयंती की छुट्टी पर लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ दर्शन के लिए उमड़ पड़ी। मंदिर के पट खुलने से पहले ही हजारों की भीड़ बाजार में मौजूद थी। हरिनिकुंज चौराहा से विद्यापीठ चौराहा से होते हुए मंदिर की गली नंबर तीन तक भक्तों का ऐसा हुजूम कि पूरा बाजार भक्तों की भीड़ से पट गया। यही हालात परिक्रमा मार्ग के जुगलघाट से मंदिर के गेट संख्या दो तक बने रहे।
पूरे रास्ते में श्रद्धालुओं की भीड़ के दबाव में स्थानीय लोग भी अपने घरों में कैद होकर रह गए। सुबह शुरू हुई भीड़ दोपहर को मंदिर के पट बंद होने तक टूटने का नाम नहीं ले रही थी। मंदिर के पट बंद हुए तब भी हजारों श्रद्धालु दर्शन से वंचित रह गए। जो शाम को मंदिर के दर्शन खुलने का इंतजार करने को आसपास ही डेरा डालकर बैठ गए।
निधिवन दर्शन करने को भी उमड़ी भीड़
ठाकुर बांकेबिहारी की प्राकट्य स्थली निधिवन राज मंदिर में भी सोमवार को श्रद्धालुओं की भीड़ का दबाव ऐसा कि विशाल खुला क्षेत्र होने के बावजूद मंदिर पूरी तरह श्रद्धालुओं की भीड़ से भरा था।
घरों में कैद हुए स्थानीय लोग
ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में भीड़ का दबाव ऐसा कि हरिनिकुंज से लेकर बांकेबिहारी मार्केट, बिहारीपुरा, मनीपाड़ा, गोवर्धन दरवाजा, पुराना शहर, जंगलकट्टी इलाके में लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे थे। रोजमर्रा की खरीदारी के लिए भी लोग घर से नहीं निकल सके और घरों में कैद होकर रह गए। दुकानों पर भी सन्नाटा पसरा रहा। दिनभर व्यापारी हाथ पर हाथ धरे बैठे रहे।