धारचूला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन और नेपाल सीमा पर स्थित गुंजी पहुंचकर स्थानीय लोगों से भेंट कर उनसे बात की। पहली बार किसी प्रधानमंत्री के गुंजी पहुंंचने और ग्रामीणों से आत्मीयता से मिलने पर महिलाओं के खुशी में आंसू निकलने लगे। इस दौरान प्रधानमंत्री गांव के लोगोंं से मिले और उनसे बात की। गांव की बुजुर्ग महिला ने तो उनके सिर पर हाथ रख कर आशीर्वाद दिया।
इस दौरान अपनी मां के पीठ पर उन्हें देखने आए बच्चे को दुलारा तो एक बच्चे से हाथ मिलाकर सीमावासियों का दिल जीता। इस दौरान चीन और नेपाल सीमा से लगे साढ़े दस हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित गुंजी में मोदी -मोदी के नारे लगे। समाज के सभी लोग अपनी परंपरागत वेशभूषा में पहुंचे थे और प्रधानमंत्री के सामने महिलाओं ने अपनी बात रखी। पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार सीमांत के विकास को लेकर गंभीर है। सीमांत के विकास में कोई कोर कसर नहीं की जाएगी।
गुंजी में लगी प्रदर्शनी में स्थानीय वस्तुओं के बारे में जानकारी ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गुंजी आगमन पर वहां पर लगी स्थानीय कला और हस्तशिल्प की प्रदर्शनी का निरीक्षण किया। स्थानीय उत्पादों में एक-एक वस्तुओं के बारे में जानकारी जुटाई। स्थानीय लोगों से वस्तुओं के बारे में पूछा।
खुद ढोल बजाने लगे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चीन और नेपाल से लगी त्रिकोणात्मक स्थल गुंजी में भव्य स्वागत हुआ। व्यास घाटी के सात गांवों के ग्रामीणो ने उनका जोरदार स्वागत किया। इस स्वागत से पीएम भी अभिभूत नजर आए और उन्होंने भी बड़ा नगाड़ा बजाया। इस मौके पर स्थानीय कला के बारे में जानकारी ली। ऊनी वस्त्रों के बारे में स्थानीय लोगों से बात की।