नई दिल्ली। पुणे के मैदान पर श्रीलंका की टीम को अफगानिस्तान के हाथों शर्मनाक हार का मुंह देखना पड़ा। इस हार के साथ ही वर्ल्ड कप 2023 के सेमीफाइनल में पहुंचने की श्रीलंका की उम्मीदों को करारा झटका भी लगा है। अफगानिस्तान के खिलाफ ना तो श्रीलंका के बल्लेबाज रंग में दिखाई दिए और ना ही टीम के गेंदबाज कुछ कमाल दिखा सके। अफगानिस्तान से मिली हार के बाद श्रीलंका विश्व कप इतिहास की सबसे फिसड्डी टीम भी बन गई है।
श्रीलंका बनी सबसे फिसड्डी टीम
श्रीलंका को वनडे वर्ल्ड कप में अफगानिस्तान के खिलाफ 43वीं हार का मुंह देखना पड़ा। विश्व कप में अब श्रीलंका सबसे ज्यादा मैच गंवाने वाली टीम भी बन गई है। श्रीलंकाई टीम ने इस मामले में जिम्बाब्वे को भी पीछ छोड़ दिया है। जिम्बाब्वे ने वर्ल्ड कप में कुल 42 मैचों में हार का सामना किया है। वहीं, इंग्लैंड 37 मैच गंवाने के साथ तीसरे और पाकिस्तान 36 मैचों में हार झेलने के बाद चौथे नंबर पर मौजूद है।
श्रीलंका का बैटिंग ऑर्डर रहा फ्लॉप
टॉस गंवाने के बाद पहले बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंका की शुरुआत भी अच्छी नहीं रही और दिमुथ करुणारत्ने महज 15 रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद दूसरे विकेट के लिए पाथुम निशंका ने कप्तान कुशल मेंडिस के साथ मिलकर अर्धशतकीय पार्टनरशिप जमाई। निशंका 46 रन बनाकर आउट हुए, तो मेंडिस अच्छी शुरुआत का फायदा नहीं उठा सके और 39 रन बनाकर चलते बने।
समरविक्रमा ने 36 रन का योगदान दिया। समरविक्रमा के आउट होने के बाद श्रीलंका का बैटिंग ऑर्डर ताश के पत्तों की तरह बिखर गया और पूरी टीम 241 रन बनाकर सिमट गई। श्रीलंका की यह छठे मैच में चौथी हार है।
गेंदबाज भी नहीं दिखा सके कमाल
बल्लेबाजों के फ्लॉप शो के बाद श्रीलंका के गेंदबाज भी कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके। मधुशंका ने गुरबाज को बिना खाता खोले पवेलियन की राह दिखाकर उम्मीद तो जगाई, लेकिन उन्हें बाकी बॉलर्स का साथ नहीं मिल सका। यही वजह रही कि अफगानिस्तान ने 242 रन के लक्ष्य को हंसते-खेलते हुए 45.2 ओवर में सिर्फ 3 विकेट खोकर हासिल कर लिया।