कई सवाल खड़े कर रहा यह अग्निकांड… कब होगी जांच कर आवश्यक कार्यवाही…
चित्रकूट. उप निबंधक कार्यालय सदर कर्वी में गत दिनों पूर्व कुछ अराजकतत्वों द्वारा आग लगा दी गई थी जिसके कारण कार्यालय में रखे दस्तावेज जलकर खाक हो गए हैं जिसकी जानकारी मिलते ही निबंधक विभाग के ज़िम्मेदार अधिकारी मौक़े पर पहुंचकर स्थलीय निरीक्षण किया वहीं पुलिस ने उपरोक्त मामले में मुकदमा पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी है l
उप निबंधक कार्यालय में लगी आग को लेकर चर्चाओं का बाज़ार गर्म है जिसमें लोगों द्वारा यह कयास लगाए जा रहे हैं कि कहीं पिपरावल नदी से इस अग्निकांड के तार तो नहीं जुड़े हुए हैं l
सूत्रों के अनुसार पता चला है कि जिला मुख्यालय में तैनात रहे पूर्व सदर लेखपाल द्वारा पिपरावल नदी से जुड़े दस्तावेजों को जलाने के लिए उप निबंधक कार्यालय में सोंची समझी रणनीति के तहत आग लगाई गई है जिसमें पिपरावल नदी से जुड़े दस्तावेज़ जलकर खाक हो गए हैं l
पिपरावल नदी से जुड़े मामले में यह बताया गया कि इस नदी का पठार काफ़ी था जिसको तत्कालीन हल्का लेखपाल द्वारा अपनी मनमानी करते हुए लोगों के अवैध कब्जे कराए गए और उसके एवज में मोटी रकम वसूलने का काम किया गया है जिसके कारण पिपरावल नदी के पठारी भाग को अवैध रूप से कब्जा कर मकान निर्माण करवा लिए गए, पिपरावल नदी के पठारी भाग में अवैध कब्ज़ा धारकों की काफ़ी लंबी लिस्ट है जो अवैध रूप से कब्जा कर मकान निर्माण करवा लिए हैं l
पिपरावल नदी के पठारी भाग में अवैध कब्ज़ा करने वालों पर स्थानीय प्रशासन भी कोई ध्यान नहीं दे रहा है जिसके कारण नदी का पठारी भाग अवैध कब्ज़ा धारकों द्वारा कब्ज़ा कर लिया गया है l
मुख्यमंत्री योगी द्वारा सरकारी जमीनों, तालाबों, नदियों व तालाब के भीटों पर अवैध कब्ज़ा करने वालों को भूमाफिया घोषित कर सख़्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं इसके बावजूद यह भूमाफिया सरकारी जमीनों में कब्ज़ा करने से नहीं कतराते हैं l
सूत्रों के अनुसार उप निबंधक कार्यालय सदर में योजनाबद्ध तरीके से आग लगाई गई जिसके कारण पिपरावल नदी से तार जुड़ने की संभावना है पिपरावल नदी के सारे दस्तावेज़ आफ लाइन थे जिसको नस्ट करने के लिए पूर्व लेखपाल द्वारा साजिश रचकर अग्निकांड कराया गया है जिसके कारण सारे दस्तावेज़ जलकर खाक हो गए हैं l
हकीकत चाहे जो भी हो… जिला प्रशासन उप निबंधक कार्यालय सदर में योजनाबद्ध तरीके से कराए गए अग्निकांड की उच्च स्तरीय जॉच कराए तो इस अग्निकांड से जुड़े कई रहस्य सामने आ सकते हैं और अग्निकांड से जुड़े आरोपियों के के चेहरे खुलकर सामने आ सकते हैं l