नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस की लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा ने मंगलवार (31 अक्टूबर) को ‘कैश फॉर क्वेरी’ मामले को लेकर कहा कि वो 2 नवंबर को लोकसभा आचार समिति के सामने पेश होंगी। इस बीच महुआ ने बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे द्वारा लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि ‘फर्जी आरोप’ को साबित करने के लिए बीजेपी के पास कोई सबूत नहीं है।
इससे पहले महुआ मोइत्रा ने लोकसभा की आचार समिति के सामने पेश होने के लिए और समय मांगा था। कैश फॉर क्वेरी केस में लगे आरोपों पर महुआ को 31 अक्टूबर को पेश होने के लिए बुलाया गया था।
महुआ मोइत्रा पर क्या हैं आरोप?
सांसद महुआ मोइत्रा पर गिफ्ट और पैसे के बदले संसद में सवाल पूछने का आरोप है। बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर महुआ पर पैसे लेकर एक बिजनेसमैन के खिलाफ सवाल पूछने का आरोप लगाया है। इससे अब महुआ की संसद सदस्यता पर भी खतरा मंडराने लगा है।
मुझे निशाना बनाया जा रहा है- महुआ
वहीं, महुआ ने कहा है, “मैंने अदाणी समूह पर लगाता निशाना साधा है इसलिए मुझे निशाना बनाया जा रहा है।” स्पीकर को लिखे पत्र में निशिकांत दुबे ने कहा है कि महुआ मोइत्रा ने हाल तक लोकसभा में जो 61 सवाल पूछे थे, उनमें से 50 अडाणी समूह पर केंद्रित थे।