लखनऊ। प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (पीईटी)-2023 में भी सॉल्वर गिरोह बड़े पैमाने पर सक्रिय था। एसटीएफ ने लखनऊ, बांदा, वाराणसी समेत अन्य जिलों में परीक्षा में सेंध लगाने का प्रयास कर रहे सॉल्वर गिरोह के सरगना समेत 40 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें 38 सॉल्वर ऐसे सॉल्वर शामिल हैं, जो दूसरे अभ्यर्थियों के स्थान पर परीक्षा देने पहुंचे थे।
एसटीएफ ने सॉल्वर गिरोह के सरगना समेत 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें परीक्षार्थी भी शामिल हैं। वाराणसी से एक कक्ष निरीक्षक विनय कुमार पटेल को भी गिरफ्तार किया गया, जिसने सॉल्वर गिरोह के सरगना को प्रश्न पत्र उपलब्ध कराया था। जबकि अलग-अलग जिलों में पुलिस भी आरोपियों के विरुद्ध विधिक कार्रवाई कर रही है। एसटीएफ सॉल्वर गिरोह के कई सक्रिय सदस्यों की तलाश भी कर रही है। उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा संचालित परीक्षा के दौरान शनिवार को दोनों पालियों में कड़ा पहरा था।
इन जिलों से पकड़े गए सॉल्वर
आयोग के अनुसार, दोनों पालियों में अलीगढ़, बस्ती, बुलंदशहर, देवरिया, गौतम बुद्ध नगर, गाजियाबाद, कानपुर, लखनऊ, प्रयागराज, उन्नाव, वाराणसी, सुल्तानपुर व बाराबंकी स्थित परीक्षा केंद्रों से 38 सॉल्वर पकड़े गए, जो दूसरे अभ्यर्थियों के स्थान पर परीक्षा देने पहुंचे थे। इनमें दो सॉल्वर ऐसे भी हैं, जो कान में ब्लूटूथ डिवाइस लगाकर परीक्षा केंद्र पहुंचे थे और पकड़े गए।
प्रतापगढ़ और प्रयागराज से भी पकड़े
एसटीएफ के अधिकारियों का कहना है कि सॉल्वर गिरोह के सरगना प्रतापगढ़ निवासी दीपक कुमार पटेल व प्रयागराज निवासी अजय कुमार पटेल उर्फ गामा को पकड़ा गया है, जिससे अन्य सक्रिय सदस्यों के बारे में पूछताछ की जा रही है।
दीपक व अजय के अलावा उन्नाव के माउंट लिटेरा जी स्कूल से सॉल्वर सुजीत कुमार, बांदा के भगवत प्रसाद मेमोरियल इंटर कॉलेज से पंकज कुमार मौर्या, वाराणसी स्थित सुधाकर महिला इंटर कॉलेज से जितेन्द्र कुमार वर्मा, कानपुर स्थित आयशा सिद्दीकी गर्ल्स इंटर कॉलेज से अनुराग गौतमबुद्ध नगर स्थित भारतीय आदर्श इंटर कॉलेज से सॉल्वर रविंद्र सिंह के साथ वास्तविक अभ्यर्थी मथुरा निवासी उदयवीर सिंह व प्रतापगढ़ निवासी विनय कुमार पटेल को गिरफ्तार किया गया।
इसके अलावा, वाराणसी निवासी कक्ष निरीक्षक विनय कुमार पटेल को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के कब्जे से चार ब्लूटूथ डिवाइस व उससे जुड़े अन्य उपकरण, आठ अदद मोबाइल फोन, चार प्रवेश पत्र, कूटरचित आधार कार्ड व प्रवेश पत्र व कई दस्तावेज बरामद किए हैं।
केंद्र व्यवस्थापक के सहयोग से पकड़ा सॉल्वर
गौतमबुद्धनगर में एसटीएफ के एएसपी राज कुमार मिश्र को भारतीय आदर्श इंटर कॉलेज में प्रथम पाली की परीक्षा के दौरान वास्तविक अभ्यर्थी के स्थान पर सॉल्वर के बैठे होने की सूचना मिली थी।
एसटीएफ की टीम ने पुलिस व परीक्षा केंद्र व्यवस्थापक के सहयोग से सॉल्वर रविन्द्र सिंह को पकड़ा। जिसने पूछताछ में बताया कि बीएससी में फेल हो गया था। वह परीक्षार्थी उदयवीर सिंह के भाई मोहन का मित्र है। मोहन ने उसे रुपयों का लालच देकर अपने भाई उदयवीर के स्थान पर परीक्षा देने के लिए राजी किया था।
मोहन ने अपने भाई उदयवीर के आधार कार्ड पर उसकी फोटाे लगवा दी थी, जिसे लेकर वह परीक्षा केंद्र पहुंचा था। एसटीएफ ने उदयवीर को भी पकड़ लिया। मोहन की तलाश की जा रही है।
ब्लूटूथ डिवाइस के माध्यम से नकल
एसटीएफ को यह भी सूचना मिली थी कि प्रयागराज में बैठे सॉल्वर गिरोह के सरगना विभिन्न जिलों के परीक्षा केंद्रों पर ब्लूटूथ डिवाइस के माध्यम से नकल करा रहे हैं। एसटीएफ की अलग-अलग टीमों ने वाराणसी, बांदा, उन्नाव व कानपुर में ब्लूटूथ के माध्यम से नकल कर रहे परीक्षार्थियों को दबोचा।
सरगना दीपक व अजय ने पूछताछ में बताया कि वे विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेकर ब्लूटूथ डिवाइस के माध्यम से प्रश्न पत्र हल कराते हैं। परीक्षा से एक दिन पूर्व परीक्षार्थियों को अपने पास बुलाते हैं और उनको ब्लूटूथ डिवाइस देकर उसके प्रयोग का तरीका बताते हैं।
कक्ष निरीक्षक ने प्रश्न पत्र गिरोह को सौंपा
एसटीएफ अधिकारियों के अनुसार, आरोपियों के मोबाइल फोन में मिले प्रश्न पत्र पत्र को देखा गया, जिसमें एक बार कोड छपा था। आयोग के सहयोग से की गई जांच में सामने आया कि वह प्रश्न पत्र वाराणसी के चौबेपुर थाना क्षेत्र स्थित आरपीडी इंटर कॉलेज में स्थापित परीक्षा केंद्र को आवंटित है।
परीक्षा केंद्र जाकर की गई पड़ताल में पता चला कि प्रश्न पत्र एक अनुपस्थित परीक्षार्थी का है, जिसे कक्ष निरीक्षक की ड्यूटी कर रहे विनय पटेल ने परीक्षा शुरू होने के बाद सॉल्वर गिरोह के सरगना को मोबाइल फोन के माध्यम से उपलब्ध कराया था। वाराणसी निवासी विनय पटेल को गिरफ्तार कर लिया गया है।
सॉफ्टवेयर ने पकड़वाया
आयोग ने परीक्षा केंद्रों में फेशियल रिकग्निशन सॉफ्टवेयर की मदद से अभ्यर्थियों के स्थान पर कूटरचित प्रवेश पत्र लेकर आए सॉल्वर गिरोह के सदस्यों को चिह्नित किया।